समरनीति न्यूज, बांदा : लोक निर्माण विभाग बांदा में भ्रष्टाचार के बड़े खुलासे का मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद भी ठंडे बस्ते में दिखाई दे रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि निचले स्तर के कुछ पुराने घाघ किस्म के अधिकारी इस मामले को दबाने में लग गए हैं। दरअसल, बाहरी जिलों की खनिज रायल्टी का बांदा पीडीब्ल्यूडी में फर्जी कार्यों में सत्यापन का खुलासा बीते दिनों उस समय हुआ था, जब ऐसे एक मामले की शिकायत आयुक्त के पास पहुंची थी।
आयुक्त ने दिए थे समिति बनाकर जांच के आदेश
शिकायतकर्ता ने बांदा के आयुक्त को शिकायतीपत्र देकर मामले की शिकायत की थी। आयुक्त ने बांदा जिलाधिकारी को 15 दिन में समिति गठित करते हुए जांच रिपोर्ट तलब की थी। दरअसल, यह पूरा मामला काफी बड़े भ्रष्टाचार से जुड़ा है। इसमें बांदा लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के कई अधिकारियों की भी मिलीभगत है। शिकायतकर्ता कबरई के रहने वाला चौपड़ा ट्रेडर्स के मालिक ने मामले की जांच की मांग की थी। आयुक्त ने तीन सदस्यीय समिति गठित करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। जिलास्तर से इसमें अबतक कोई कार्रवाई होने की जानकारी नहीं हुई है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं।
संबंधित पूरी खबर के लिए इस लिंक पर क्लिक करें : बांदा पीडब्लूडी में भ्रष्टाचार का खुलासा, फर्जी कार्यों में दूसरे जिलों की खनिज रायल्टी से घोटाला