समरनीति न्यूज, लखनऊ : देश में रामनवमी और शोभा यात्राओं के बीच के बीच सामाजिक माहौल बिगड़ने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने आज गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सख्त निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में साफ कहा गया है कि पूरे प्रदेश में कहीं भी कोई भी शोभा यात्रा या धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के नहीं निकाला जाएगा। इसके लिए विधिवत अनुमति लेनी होगी। साथ ही शांति व्यवस्था नहीं बिगड़ने देंगे, इसकी भी गारंटी देनी होगी। इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्या और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एवं जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह आदि मौजूद रहे।
शपथ पत्र पर देनी होगी शांति व्यवस्था की गारंटी
इतना ही नहीं किसी धार्मिक आयोजन से पहले विधिवत लिखित रूप से शपथ पत्र पर शांति व्यवस्था बनाए रखने की गारंटी देनी होगी। सबसे खास बात कि किसी भी जुलूस में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। माहौल खराब हुआ तो आयोजक को उसकी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी।
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सीएम योगी ने कहा कि अपनी-अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी अपनी उपासना पद्धति को मानने के लिए स्वतंत्र हैं। पूर्व अनुमति से जहां माइक पहले से लगे हैं, वहां इनका प्रयोग किया जा सकता है। सीएम योगी ने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि माइक की आवास उस परिसर से बाहर न जाए। सीएम योगी ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एहतियात बरतने के भी निर्देश दिए।
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