समरनीति न्यूज, लखनऊ : स्वास्थ्य विभाग में बीते दिनों हुए अंधाधुंध तबादलों को लेकर कई सवाल खड़े हुए। जहां डाक्टरों की पहले से कमी थी, वहां से डाक्टरों को हटा दिया गया। कई जगह मानकों की अनदेखी की गई। इसे लेकर कहीं न कहीं काफी हो-हल्ला सा रहा। मीडिया ने इस मामले को आम लोगों के स्वास्थ्य और हित से जुड़ा होने के कारण काफी गंभीरता से उठाया था। तभी से कयास लगाे जा रहे थे कि तबादलों की जांच होगी।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित
असर यह हुआ कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब इस मामले की जांच मुख्य सचिव डीएम मिश्रा को सौंपी है। मुख्य सचिव के नेतृत्व में इन तबादलों की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है। इस कमेठी में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी के अलावा अपर मुख्य सचिव गन्ना संजय भूसरेड्डी को भी शामिल किया गया है।
ये भी पढ़ें : जालौन : सीएम योगी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लोकार्पण की तैयारियों को परखा, कही यह बात..
यहां बताना जरूरी है कि इन तबादलों को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी अपर मुख्य सचिव को एक पत्र लिखकर सवाल-जवाब किया था। इसके बाद पूरे प्रकरण में खलबली मच गई थी। उधर, प्रांतीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवा एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन वैश्य ने सीएम योगी के इस निर्णय का स्वागत किया है।
ये भी पढ़ें : विश्व जनसंख्या दिवस : सीएम योगी बोले- एक वर्ग की आबादी बढ़ रही, दूसरे की कम, इससे अराजकता का खतरा