समरनीति न्यूज, लखनऊ : ड्यूटी ज्वाइन न करने वाले डाक्टरों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज होगी। शासन ने यूपी के सभी मेडिकल कालेजों से ऐसे डाक्टरों की लिस्ट मांगी है, जिन्होंने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की है। जानकारी के अनुसार प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कालेजों में बांड के तहत ड्यूटी ज्वाइन न करने वाले विशेषज्ञों डाक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। महानिदेशालय की ओर से चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कालेजों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं।
ड्यूटी से गायब होकर प्राइवेट प्रैक्टिस
दरअसल, चिकित्सा संस्थानों एवं मेडिकल कालेजों में डीएम-एमसीएच की डिग्री हासिल करने वाले विशेषज्ञ डाक्टरों से बांड भराया जाता है। इसके तहत उनको दो साल सरकारी ड्यूटी करनी जरूरी होती है।
न करने पर उन्हें एक करोड़ रुपए शासन के खाते में जमा करना होगा। बताया जाता है कि वर्ष 2018 बैच के डीएम-एमसीएच कोर्स करने वाले डाक्टरों को काउंसिलिंग से वर्ष 2021 में मेडिकल कालेजों में बने सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में तैनाती दी गई।
ये भी पढ़ें : UP : 3 डाक्टरों पर दुष्कर्म के मुकदमे से खलबली, लखनऊ की लड़की के आरोपों ने चौंकाया, पढ़िए पूरी खबर..
इसके बावजूद एसजीपीजीआई लखनऊ, एलएलआरएम मेडिकल कालेज मेरठ और एमएलएन मेडिकल कालेज प्रयागराज से एक-एक विशेषज्ञ डाक्टर ड्यूटी से गायब हैं।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि तीनों ही निजी अस्पतालों में प्रैक्टिस कर रहे हैं। अब तीनों विशेषज्ञों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। निदेशालय ने बाकी डाक्टरों के बारे में भी जानकारी मांगी है। पूछा गया है कि डाक्टरों ने ज्वाइन किया है या नहीं।
कानपुर में डाक्टर ने की काॅक्लियर इंपलांट 622+Kanso2 की सफल सर्जरी, मासूम की जिंदगी बदली