समरनीति न्यूज, डेस्कः आज की दुनिया में शायद ही कोई ऐसा हो, जो कंप्यूटर-मोबाइल को न जानता हो। और जो जानता है वो कट-कॉपी और पेस्ट (Cut+Copy+Paste) की अहमियत समझ सकता है। ऐसे में आपको यह जानकर दुख होगा कि दुनिया को Cut+Copy+Paste देने वाले साइंटिस्ट नहीं रहे। बताते चलें कि कंप्यूटर जगत में कट-कॉपी-पेस्ट (Cut+Copy+Paste) की तकनीक देने वाले साइंटिस्ट का गुरुवार को निधन हो गया। दरअसल, इस महान साइंटिस्ट का नाम लैरी टेस्लर था।
कौन थे साइंटिस्ट लैरी टेस्लर
कंप्यूटर की दुनिया में साइंटिस्ट लैरी टेस्लर का योगदान भुलाया नहीं जा सकता है। न्यूयॉर्क में जन्मे लैरी ने स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने के बाद 1973 में एक्सरोक्स पालो आल्टो नाम का एक रिसर्च सेंटर ज्वाइन किया था।
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वहीं उन्होंने कट-कॉपी-पेस्ट (Cut+Copy+Paste) की तकनीक का अविष्कार किया था। बताया जाता है कि साइंटिस्ट लैरी टेस्लर ने उसी रिसर्च सेंटर में कट-कॉपी और पेस्ट डेवेलप किया। बाद में यही सिस्टम कंप्यूटर में आया। कहा जाता है कि अपनी कंपनी ऐपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने इसी रिसर्च सेंटर पार्क को अपने प्रोडक्ट्स को और अच्छा बनाने में उपयोग किया था। स्टीव जॉब्स जब जीराक्स पहुंचे तो उसी टीम में साइंटिस्ट लैरी टेस्लर भी थे।
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