समरनीति न्यूज, ब्यूरो : यूपी में होने वाले 8 सीटों के उप चुनावों में उन्नाव जिले की बांगरमऊ सीट इकलौती ऐसी सीट है जो सबसे ज्यादा चर्चा में है। इस सीट की जीत-हार भाजपा के लिए काफी मायने रखती है तो वहीं विपक्ष भी इसे लेकर अपनी रणनीति मजबूत कर चुका है। दरअसल, बांगरमऊ की जीत-हार भाजपा और विपक्ष दोनों के भविष्य पर असर डालेगी। इसकी वजह है कि यहां से भाजपा विधायक रहे कुलदीप सिंह सेंगर चर्चित गैंगरेप मामले में दोषी ठहरा जा चुके हैं।
पार्टी के लिए संकट न बन जाएं ये दागी
इस वक्त जेल में हैं और उनकी सदस्यता भी रद्द की जा चुकी है। आपको याद होगा कि यह मामला यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में सुर्खियों में रहा था। भाजपा के बड़े नेताओं को भी इस मामले में विपक्ष के तगड़े हमले झेलने पड़े थे। ऐसे में भाजपा के लिए ये सीट कितने मायने रखती है, समझा जा सकता है। अब इस सीट पर दावेदारी की बात की जाए तो पार्टी के भीतर कई दावेदार दावा ठोक रहे हैं।
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एक कुलदीप सिंह सेंगर का कुनबा है तो दूसरा पार्टी के भीतर का दूसरा धड़ा। कुछ दावेदार ऐसे भी हैं जो इस चर्चित मामले में कभी सीबीआई के रडार पर थे। आज वहीं बांगरमऊ सीट से दावेदारी ठोक रहे हैं। हालांकि, मुस्लिम बाहुल्य बांगरमऊ सीट पर जीत की राह भाजपा के लिए आसान नहीं हैं क्योंकि इस बार माहौल बिल्कुल अलग है।
आसान नहीं, मुस्लिम बाहुल्य बांगरमऊ पर जीत
इस बारे में उन्नाव के वरिष्ठ पत्रकार अबरार हुसैन का कहना है कि कुलदीप बांगरमऊ से भाजपा के टिकट पर जीतते थे, इसकी वजह थी कि कुलदीप का मुस्लिमों से व्यक्तिगत जुड़ाव भी था। वह सभी से जुड़े रहते थे। अबरार कहते हैं कि अबतक जितने नाम भाजपा से सामने आ रहे हैं उनमें ऐसा कोई नहीं जिससे मुस्लिम वोटर जुड़ाव महसूस कर सकें।
गैंगरेप को लेकर सुर्खियों में रहा बांगरमऊ
वहीं दूसरी ओर गैंगरेप और उसकी बाद पीड़िता एक्सीडेंट में सीबीआई की रडार पर आ चुके लोग भी पार्टी के लिए मुसीबत बन सकते हैं। अगर टिकट मिला तो जीत मुश्किल है। अगर ऐसे लोगों को टिकट नहीं मिलता है तो भी वोटिंग तक पार्टी की छवि बिगाड़ देंगे। हालांकि, पार्टी सूत्र बताते हैं कि इस बार भाजपा के बांगरमऊ से किसी महिला चेहरे को मैदान में उतारने की भी संभावना है।
इन आठ सीटों पर होना है उप चुनाव
- उन्नाव की बांगरमऊ सीट
- कानपुर की घाटमपुर सीट
- जौनपुर की मल्हनी सीट
- रामपुर की स्वार सीट
- बुलंदशहर सदर सीट
- आगरा की टूंडला सीट
- देवरिया की सदर सीट
- अमरोहा की नौगावां सादात सीट
खास बात यह है कि जिन आठ सीटों पर उप चुनाव होने हैं, उन 8 में से 6 पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा था जबकि 2 पर समाजवादी पार्टी ने जीत कार पचरम लहराया था। सभी दल इन उप चुनावों को 2022 में होने वाले चुनावों का सेमीफाइनल मानकर चल रहे हैं।
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