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बांदा में कर्ज और बीमारी से परेशान होकर किसान ने लगाई फांसी

समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में एक किसान ने बीमारी और कर्ज से तंग आकर फांसी लगा ली। 42 वर्षीय यह किसान कर्ज से डूबा हुआ था और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहा था। परिवार के लोगों का कहना है कि इसी लिए वह लंबे समय से मानसिक तौर पर बेहद परेशान था। उधर, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि किसान ने घरेलू कलह से तंग आकर फांसी लगाई है।

पेट के कैंसर से थे परेशान, कर्ज का बोझ भी 

यह घटना जिले के बबेरू तहसील के बिसंडा थाना के गांव लौली टीकामऊ की है। बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह इंद्रपाल यादव (42) ने घर में फांसी लगा ली। परिवार के लोगों ने शव टंगा देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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मृतक के बेटे धीरज यादव का कहना है कि उनके पिता बीते लगभग छह माह से पेट के कैंसर से परेशान थें। बताया कि सूरत के वापी में पिता ने आपरेशन भी कराया था। इलाज में घऱ की लगभग पांच बीघा जमीन कम दाम में गिरवीं रखी हुई थी। दूसरी ओर बीमारी लगातार बढ़ती जा रही थी।

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मृतक की दो बेटियां और दो बेटे हैं। घटना की सूचना पर क्षेत्रीय लेखपाल और कानूनगो मृतक के घर पहुंचे। दोनों ने परिजनों से पूछताछ की। बबेरू एसडीएम अरविंद कुमार तिवारी का कहना है कि उनको घटना की जानकारी मिली है। किसान ने घरेलू कलह से आत्महत्या की है। कहा कि फिलहाल उन्हें लेखपाल व कानूनगो की जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। इसके मिलने के बाद ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।