समरनीति न्यूज, लखनऊः यूपी के सिद्धार्थनगर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। वहां तैनात सरकारी स्कूल की शिक्षिकाओं की ड्यूटी दुल्हनों को सजाने के काम में लगाई गई है। जी हां, सुनने में यह भले ही हंसी-मजाक की बात लगे, लेकिन है सौ फीसदी सच। दरअसल, 28 जनवरी यानी मंगलवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का कार्यक्रम आयोजित होना है। इस कार्यक्रम में कुल 184 जोड़े विवाह के बंधन में बंधने थे। इनमें 27 जोड़े निकाह करके एक-दूसरे के होने थे। इसी कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगा दी। यह बात इसलिए भी अहम हो गई, क्योंकि संबंधित जिला राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री का जिला है।
मामले के तूल पकड़ने पर देर रात एबीएसए निलंबित
हालांकि, सोशल मीडिया पर इन निर्देशों का पत्र वायरल होने के बाद देर रात सिद्धार्थनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा सूर्यकांत त्रिपाठी ने आदेशों को निरस्त करने का पत्र जारी कर दिया। साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए आदेश दिए हैं। रात होते-होते मामले ने ऐसा तूल पकड़ा कि जिले के ही रहने वाले बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने अधिकारियों से जवाब-तलब कर डाला। बाद में विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने बताया कि एबीएसए ध्रुव प्रसाद को निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं।
लिखा-पढ़ी में शिक्षा विभाग ने जारी किए थे आदेश
अब इन दुल्हनों को सजाने के लिए प्रशासन ने सरकारी शिक्षिकाओं की वाकयदा ड्यूटी लगा दी है। इस काम में कुल 29 शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगाई गई है। हालांकि, यह पहला मौका होगा, जब शिक्षिकाओं की पढ़ाई छोड़ ऐसे काम में ड्यूटी लगाई गई है। दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने इन ड्यूटी के लिए वाकयदा लिखित निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों के जारी पत्र में शिक्षिकाओं के नाम से ड्यूटी स्थल पर तैनाती की गई है। इसी के साथ शिक्षा विभाग में कटाक्ष भी होने लगे हैं।
बाकयदा पत्र जारी करके लगाई थी ड्यूटी
दरअसल, शिक्षा विभाग ने दुल्हन सजाने के लिए शिक्षिकाओं की ड्यूटी का जो पत्र जारी किया है, वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। अब वही पत्र तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं शिक्षा जगत में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग अपने-अपने ढंग से इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम 28 जनवरी को होना है। हालांकि, रात में इन निर्देशों को निरस्त कर दिया गया, लेकिन तबतक विभाग की भारी किरकिरी हो चुकी है।
ये भी पढ़ेंः कानपुर में पानी की लूट की अजीबो-गरीब वारदात ने उड़ाए पुलिस के होश, महिला दुकानदार का पानी कैन लूट ले गए बाइक सवार..
ये भी पढ़ेंः अजीबो-गरीबः सीआरपीएफ जवान ने एक मंडप पर दो महिलाओं के साथ लिए सात फेरे, ऐसी है वजह..