समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज सोमवार को जिले में एक और कोरोना पाॅजिटिव स्टाफ नर्स के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। दूसरी स्टाफ नर्स के पाॅजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल प्रशासन और भी सतर्क हो गया है। अब ओपीडी को भी सील कर दिया गया है। इसकी जानकारी सीएमओ डा. संतोष शुक्ला ने जानकारी दी। उधर, पुलिस ने शहर के इंदिरानगर और आवास विकास कालोनी के
आसपास हाटस्पाट घोषित होने के बाद बैरिकेडिंग कर दी है। वहीं इलाके की दुकानों को भी बंद करा दिया गया है। चर्च के आसपास दुकानें लगाने वाले ठेला दुकानदार भी हटा दिए गए हैं। वहीं किराने और दूसरी दुकानें भी बंद हैं।
सीएमओ ने दी जानकारी
सीेमओ डा. शुक्ला ने बताया कि अस्पताल के कई वार्डों को पहली नर्स के पाॅजिटिव मिलने के बाद ही सील कर दिया गया था। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संपूर्णानंद मिश्र का कहना है कि कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को तत्काल आईसुलेट कराया जा रहा है ताकि संक्रमण किसी भी दशा में न फैले। सीएमएस ने कहा कि एहतियात के तौर पर ओपीडी को बंद रखा गया है।
साथ ही जिला अस्पताल कैंपस को सेनेटाइज कराया जा रहा है। उधर, लाॅकडाउन के दौरान तकरीबन दो महीने तक सन्नाटे में डूबे रहे नजर बाग और छावनी इलाके को सोमवार को एक बार फिर से सील कर दिया गया। बताते हैं कि मेडिकल कालजे का स्टाफ पाॅजिटिव निकला है। वह इसी इलाके में किराए का कमरा लेकर रहता था। इसी के चलते नजरबाग और छावनी इलाके को सील कर दिया गया है। सेनेटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग का काम शुरू हो गया है। बताते चलें कि अब जिले में कुल कोरोना पाॅजिटिव केस 52 हो गए हैं। 11 एक्टिव केस हैं।
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