समरनीति न्यूज, डेस्कः भाजपा सरकारों से लगातार नजदीकी और अपनी ही पार्टी के फैसलों पर ऊंगली उठाने वालीं रायबरेली की विधायक अदिति सिंह आखिरकार कांग्रेस पार्टी से निलंबित कर दी गई हैं। बताते चलें कि कांग्रेस विधायक अदिति कांग्रेस के बेहद करीबी रहे विधायक अखिलेश सिंह की बेटी हैं और 2017 में पहली बार विधायक बनी हैं। इससे पहले भी अदिति पर लगातार भाजपा से नजदीकी को लेकर सवाल उठते रहे हैं। बीते लगभग एक साल से ज्यादा समय से पार्टी में उन्हें बागी विधायक के तौर पर जाना जा रहा था, लेकिन अबतक कांग्रेस ने उनको पार्टी से निकाला नहीं।
लगातार बागी तेवर में थीं विधायक अदिति
वहीं अदिति सिंह लगातार बागी तेवर में रहीं। इतना ही नहीं अब ताजा मामले में अदिति ने प्रवासी कामगारों की मदद करने को कांग्रेस द्वारा बसे लगाने पर भी ऊंगली उठाई। पार्टी ने अदिति के इस कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया और अनुशासनहीनता के मामले में पार्टी से निलंबित कर दिया। बताते हैं कि अदिति के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों के क्रम में की गई है। अदिति को कांग्रेस महिला विंग के महासचिव पद से हटाते हुए निलंबित कर दिया गया है।
योगी सरकार से मिली है वाई श्रेणी की सुरक्षा
भाजपा से अदिति की नजदीकी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस विधायक अदिति को प्रदेश की योगी सरकार ने वाइ श्रेणी की सुरक्षा दे रखी है। एक साल पहले पंजाब के एक कांग्रेस विधायक से शादी करने वाली अदिति की कुछ समय पहले राहुल गांधी से शादी को लेकर भी अफवाहें तेजी से फैली थीं।
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दरअसल, अदिति ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस के बसों के बेड़ा लगाने को लेकर ऊंगली उठाते हुए लिखा था कि आपदा के वक्त ऐसी छोटी सियासत की क्या जरूरत है। दरअसल, अदिति मंगलवार को कांग्रेस और यूपी सरकार के बीच हुए इस बस विवाद में कूद पड़ी थीं। यह कोई पहला मौका नहीं है जब अदिति ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ जाते हुए अनुशासनहीनता की है। इससे पहले एक साल पहले वह धारा 370 हटाने के मामले में भी अपनी पार्टी से अलग होती नजर आईं थीं। इतना ही नहीं कोरोना वारियर्स के लिए पीएम मोदी की अपील पर भी अदिति ने दीपक जलाते हुए अपने इरादे साफ कर दिए थे।
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