समरनीति न्यूज, बांदा/कानपुरः बुंदेलखंड के महोबा की चरखारी विधानसभा से भाजपा विधायक का एक विवादित वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भाजपा विधायक एक सब्जी वाले से उसका नाम पूछ रहे हैं। बाद में उसे गलत हिंदू नाम बताने के लिए डांट रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह मामला उस वक्त का है, जब विधायक अपने लखनऊ स्थित आवास पर थे। हालांकि, जब विधायक से इस बारे में बात की गई तो उनका कहना है कि सब्जी वाले ने अपना नाम गलत बताया था। वह मुस्लिम था और नाम हिंदू बता रहा था। उधर, उनके इस वीडियो से राजनीतिक गलियारे में नया बवंडर शुरू हो गया है। विपक्ष ने भी भाजपा पर हमले के लिए बयानों की तलवारें तानना शुरू कर दी हैं। उधर, बीजेपी संगठन के जिम्मेदार लोगों ने विधायक के वीडियो से नाइत्तेफाकी जाहिर की है। संगठन ने इसे गैरजिम्मेदाराना माना है।
भाजपा बुंदेलखंड प्रभारी मानवेंद्र सिंह बोले,
बीजेपी के बुंदेलखंड प्रभारी मानवेंद्र सिंह ने ‘समरनीति न्यूज’ से बात करते हुए कहा कि वैसे तो अभी उनको इस पूरे मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर ऐसा कुछ है तो वह इसकी निंदा करते हैं। बुंदेलखंड प्रभारी श्री सिंह ने कहा कि वैश्विक माहमारी के इस वक्त में सबको साथ चलना है। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं और भारतीय हैं। यह भी कहा कि भाजपा संगठन का व्यक्ति हो या फिर जनप्रतिनिधि हो, किसी को इस तरह की बात करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। न ही किसी को ऐसा करना चाहिए। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष (बुंदेलखंड) मानवेंद्र सिंह ने कहा कि जल्द ही वह मामले की पूरी जानकारी लेंगे।
क्या, बोले चरखारी के विधायक
उधर, भाजाप विधायक बृजभूषण राजपूत का कहना है कि कल एक सब्जी वाला संदिग्ध लग रहा था। इस लिहाज से उसका नाम पूछ लिया, उसने अपना नाम राजकुमार बताया। विधायक ने कहा कि उसकी हरकतें ठीक नहीं लग रही थीं तो दोबारा सख्ती से उसको नाम बताने को कहा। इसके बाद सब्जी वाले के साथ चल रहे उसके बेटे ने सही नाम बताया। उसका सही नाम अजीजुर्रहमान बताया था और वह एक मुसलिम था।
ये भी पढ़ेंः पीएम मोदी के स्वागत को बुंदेलखंड बेकरार, मानवेंद्र सिंह ने संभाली कमान
विधायक राजपूत ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो गलत नाम बताकर सब्जी बेचने और दूसरे गलत कार्यों में लगे हुए हैं। भाजपा विधायक ने कहा कि यह आईएसआई की साजिश भी हो सकती है। साथ ही विधायक राजपूत ने सुझाव भी दिया है कि सरकार को सब्जी, फल और दूसरा सामान मोहल्लों में जाकर बेचने वालों के लिए एक कार्ड जारी करना चाहिए।
ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरसः बांदा का यह कस्बा हाॅट स्पाॅट बना, पूरा हुआ सील