समरनीति न्यूज, बांदा/महोबाः बुंदेलखंड में दीपावली के त्यौहार से ठीक पहले दो किसान परिवारों में घर के मुखियाओं की मौत से मातम छा गया। बांदा में किसान को जहां फसल बर्बाद होने के कारण सदमे में हार्टअटैक पड़ गया। वहीं महोबा में पुलिस किसान की मौत की वजह शराबखोरी बता रही है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बताया जाता है कि बांदा के गिरवां थाना क्षेत्र के हुसैनपुर खुर्द गांव निवासी किसान शिवनंदन (59) पुत्र मंगी राजपूत बटाई पर तकरीबन 15 बीघा खेत लेकर किसानी करते थे। यही उनके परिवार के पालन-पोषण का जरिया था। गत रात्रि अन्ना मवेशियों ने उनके खेतों की फसल बर्बाद कर दी।
फसल चौपट होने का लगा सदमा
बताते हैं कि सुबह खेत की हालत देखकर किसान को सदमा लग गया। उनके सीने में दर्द हुआ और वह गश खाकर गिर गए। आसपास मौजूद लोगों ने देखा तो किसान के परिजनों को सूचना दी। परिजन उनको गिरवा स्वास्थ केंद्र लेकर पहुंचे। वहां से उनको बांदा मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक किसान के छोटे भाई राकेश राजपूत ने बताया है कि 14 बीघा खेत में धान की फसल और एक बीघा खेत में तिल की फसल थी जिसे अन्ना जानवरों ने बर्बाद कर दिया था।
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बताया कि मृतक की पत्नी कुसुमा का पिछले वर्ष स्वर्गवास हो गया था। मृतक के पांच बेटे हैं। उनकी मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। उधर, महोबा जिले के कुलपहाड़ थाना क्षेत्र में आज शुक्रवार को गांव बौरा में किसान का शव फांसी पर लटका मिला। पुलिस का कहना है कि किसान ने खेत में पेड़ पर रस्सी से फंदा लगाकर जान दी है। घटना की जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया। धनतेरस त्यौहार के दिन घटना से परिवार की खुशियां मातम में बदल गई हैं। पुलिस का कहना है कि घटना का कारण शराबखोरी है।
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