समरनीति न्यूज, सीतापुरः हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी का अंतिम संस्कार आज जिले के महमूदाबाद कस्बे में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया गया। देर रात से अधिकारी परिजनों को मनाने में लगे थे। बाद में परिजनों ने अपनी 9 बिंदुओं पर न्याय मांगते हुए मांगें रखीं, जिसपर प्रशासन ने हामी भर दी। इसके बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हुए। परिजनों को राजी होने के बाद लखनऊ के कमिश्नर मुकेश कुमार और आईजी एसके भगत लगातार परिजनों से बात करते रहे। उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में परिजनों के राजी होने पर बेहद कड़ी सुरक्षा में शव को महमूदाबाद कस्बे के बाहर बगिया में ले जाया गया। वहां उनके बड़े बेटे सत्यम तिवारी ने पिता कमलेश को मुखाग्नि दी।
न्याय के भरोसे पर परिजन राजी
बताते चलें कि इससे पहले परिवार के लोग इस बात पर नाराज हो गए थे कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी शव को लखनऊ में उनके आवास पर ले जाने की बजाए सीधे पैतृक आवास सीतापुर के महमूदाबाद तहसील मुख्यालय जबरन ले गए। आज दोपहर तक परिवार के लोग शव का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े रहे। उनकी मांग थी कि पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद आकर न्याय का भरोसा दिलाएं, इसके बाद वे लोग शव का अंतिम संस्कार करेंगे। कमलेश तिवारी की मां और पत्नी के साथ ही बाकी परिवार के लोग भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की रवैये से नाराज थे। हालांकि बाद में उच्चाधिकारियों ने किसी तरह स्थिति को संभालते हुए उनको अंतिम संस्कार के लिए राजी कर लिया।
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