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अयोध्या में भगवान राम मंदिर निर्माण को पीएम मोदी ने संसद में की ट्रस्ट की घोषणा

Prime Minister Narendra Modi announced a trust for the construction of Lord Ram temple in Parliament

समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ट्रस्ट की घोषणा कर दी। अयोध्या में राम मंदिर पर आए सुप्रीम कोर्ट के 9 नवंबर के फैसले के 88 दिन बाद सरकार ने ट्रस्ट बनाए जाने की घोषणा की है। इस ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे। बताते हैं कि कैबिनेट के फैसले के तुरंत बाद पीएम मोदी संसद पहुंचे। वहां लोकसभा में प्रश्नकाल से पहले उन्होंने ट्रस्ट की घोषणा की।

ट्रस्ट का नाम ‘श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र’

पीएम मोदी ने बताया कि इस ट्रस्ट का नाम ‘श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र’ रखा गया है। पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद सांसदों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। सभी ने प्रधानमंत्री की इस घोषणा का स्वागत किया। बताया जाता है कि यह ट्रस्ट पूरी तरह से स्वतंत्र होगा और अपने फैसले ले सकेगा। Prime Minister Narendra Modi announced a trust for the construction of Lord Ram temple in Parliament

केंद्र ने 67.703 एकड़ जमीन भी ट्रस्ट को दी

केंद्र ने अपने कब्जे की 67.703 एकड़ जमीन ट्रस्ट को दी है। यह पूरा का पूरा इलाका मंदिर क्षेत्र ही होगा। कुल 15 ट्रस्टी होंगे, इनमें से एक ट्रस्टी अनिवार्य रूप से दलित होगा। बताया जाता है कि ट्रस्ट के डीड में 9 सदस्यों के नाम दिए गए हैं। इनमें रामलला को सुप्रीम कोर्ट में जीत दिलाने वाले रामभक्त के.परासरन का नाम सबसे उपर रखा गया है। इसके अलावा 1989 में राम मंदिर का शिलान्यास करने वाले दलित कामेश्वर चौपाल का नाम भी इन ट्रस्टियों में शामिल है।

ये हैं ट्रस्ट के 9 स्थाई सदस्य

  1. के. परासरन, सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष का मुकदमा लड़ने वाले अधिवक्ता।
  2. कामेश्वर चौपाल, सन् 1989 में राम मंदिर का शिलान्यास करने वाले दलित सदस्य।
  3. स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज, जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिष पीठाधीश्वर, प्रयागराज।
  4. जगतगुरु माधवाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज, पीठाधीश्वर, पेजावर मठ, उडुपी, कर्नाटक।
  5. युगपुरुष परमानंद जी महाराज, हरिद्वार के अखंड आश्रम के प्रमुख।
  6. महाराष्ट्र के विख्यात आध्यात्मिक गुरु पांडुरंग शास्त्री अठावले के शिष्य स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज, पुणे।
  7. विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, अयोध्या के राजपरिवार के वंशज एवं सदस्य रामायण मेला संरक्षक समिति।
  8. डा अनिल मिश्र, होम्योपैथिक चिकित्सक, अयोध्या।
  9. महंत दिनेंद्र दास, निर्मोही अखाड़े के प्रतिनिधि, अयोध्या।

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