समरनीति न्यूज, कानपुरः एनआरसी (NRC) और सीसीए (CCA) के विरोध के नाम पर शहर में हिंसा फैलाने वाले आरोपियों के पुलिस ने जगह-जगह पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। इतना ही नहीं पुलिस ने यह भी कहा है कि इन आरोपियों की पहचान बताने वालों नगद ईनाम देने की भी घोषणा की गई है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों में खलबली मच गई है। कानपुर के साथ ही संभल में भी पुलिस ने उपद्रवियों की तस्वीरें जारी की हैं। साथ ही उनकी गिरफ्तारी के प्रयास भी तेज कर दिए हैं। कानपुर में एसएसपी ने कहा है कि उपद्रवियों के पते और नाम बताने वाले लोगों की पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी।
पुलिस ने बढ़ाई कार्रवाई की रफ्तार
वहीं पुलिस ने कार्रवाई की रफ्तार बढ़ा दी है। इसके साथ ही साफ हो गया है कि हिंसा फैलाने वाले किसी भी कीमत पर बच नहीं पाएंगे, बल्कि उनको सजा भुगतनी पड़ेगी। आज पोस्टर जारी करते हुए प्रेसवार्ता में एसएसपी (कानपुर) अनंत देव तिवारी ने खुद इसकी जानकारी दी।
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इस मौके पर अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि 7 बलवा करने वालों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है। इनकी पहचान बेकनगंज के यासीन, अनवरगंज के मुस्तफा, नौबस्ता के मो. अरमान, कर्नलगंज के नदीम, बेकनगंज के ताहिर, फीलखाना के मोहसिन और फीलखाना के एहसान के रूप में हुई है।
बाबूपुरवा और यतीमखाने में हुई थी हिंसा
बताते चलें कि नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद से कानपुर शहर में हिंसा फैलाई गई। शहर के बाबूपुरवा इलाके के साथ यतीमखाना क्षेत्र में जबरदस्त हिंसक प्रदर्शन हुए। पुलिस पर पथराव के साथ ही पेट्रोल बम और गोलियां तक चलाई गईं।
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बड़े पैमाने पर आगजनी की गई। जवाब में पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया। किसी तरह स्थिति को संभाला। मामले की नजाकत को इसी बात से समझा जा सकता है कि प्रशासन को हालात काबू में करने के लिए इंटरनेट तक बंद करना पड़ा।
सोमवार रात से चालू हुई है इंटरनेट सेवा
फिलहाल दो दिन से हालात काबू में हैं और सोमवार रात से इंटरनेट भी चालू कर दिया गया है। वहीं पुलिस हिंसा करने वालों की पहचान कराने में जुटी है। कानपुर शहरभर में हिंसा के आरोपियों के पोस्टर चिपकाए गए हैं। इतना ही नहीं इन पोस्टर पर कानपुर पुलिस की ओर से लिखा गया है कि आरोपियों के बारे में कोई भी जानकारी देने वालों को नगद ईनाम भी दिया जाएगा। यतीमखाना पुलिस चौकी के बाहर भी हिंसा करने वालों के पोस्टर चिपके हुए हैं। पुलिस इनकी पहचान कराने में और गिरफ्तारी में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है।
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