समरनीति न्यूज, डेस्कः गोरखपुर में बच्चों की मौत के मामले में आरोपी रहे डा कफील पर रासुका लगाई गई है। कफील के खिलाफ यह कार्रवाई 12 दिसंबर 2019 को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में सीएए (CAA) के विरोध में भड़काने वाला बयान देने के चलते की गई है। यह कार्रवाई अलीगढ़ पुलिस ने की है। बताया जाता है कि अबतक देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध-प्रदर्शन में रासुका की यह पहली कार्रवाई है।
एसटीएफ ने पकड़ा था मुंबई से
दरअसल, डा कफील को मुंबई एयरपोर्ट से पकड़ा गया था जिसके बाद से वह मथुरा जेल में बंद है। बताते दें कि डा कफील ने बीते दिनों एएमयू में भड़काने वाली बयानबाजी की थी। इसके अलावा भी उनपर सीएए के विरोध में लोगों को भड़काने का आरोप है।
अब जेल में ही रहेंगे कफील
आज शुक्रवार सुबह उसकी जेल से रिहाई होनी थी। अब कफील को जेल में ही रहना होगा। बताते हैं कि 12 दिसंबर 2019 को एएमयू में बाबे सैयद पर डा कफील ने सभा की। वहां मौजूद लोगों के बीच सीएए के खिलाफ लोगों को भड़काने वाले बयान दिए। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भी विवादित टिप्पणियां की थीं।
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13 दिसंबर को कफील के खिलाफ अलीगढ़़ के सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। 29 जनवरी 2020 को यूपी एसटीएफ (UP STF) ने उसे मुंबई से गिरफ्तार कर लिया था। 1 फरवरी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में मथुरा जेल भेजा गया था। 10 फरवरी को उसकी जमानत मंजूर हुई थी। उसकी रिहाई के लिए शुक्रवार सुबह 6 बजे का वक्त तय था। सुबह होने पर परिजन और समर्थक जेल पहुंचे तो उनको पता चला कि कफील पर रासुका लगा दी गई है। अब उसकी रिहाई नहीं की जा सकती है।
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