समरनीति न्यूज, लखनऊ : यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने महिला अपराधों पर लगाम के लिए बड़ा फैसला लिया है। नए फैसले में अगर कोई शोहदा महिलाओं से छेड़छाड़ करता हुआ पाया जाता है कि तो उसके पोस्टर शहरभर में लगेंगे। यह बिल्कुल वैसा ही होगा, जैसा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हिंसा के दौरान किया गया था। महिला पुलिस कर्मियों को खासतौर पर इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
लगातार बढ़ते महिला अपराधों पर लगाम की कवायद
बताते हैं कि महिलाओं के साथ अपराध के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी ने इसे गंभीरता से लेते हुए यह फैसला लिया है। आदतन दुराचारी और छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ यह कदम उठाया जाएगा। सीएम योगी ने कहा है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों या दुष्कर्मियों को महिला पुलिस कर्मियों से दंडित कराएं।
ये भी पढ़ें : महिला से हवस की ‘रिश्वत’, प्रधान समेत 13 को एड्स
साथ ही ऐसे लोगों की मदद करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो। उनके नाम भी उजागर किए जाएं। सीएम योगी ने कहा है कि कहीं भी महिला अपराध की घटना होती है तो क्षेत्र के हलका इंचार्ज के साथ-साथ सीओ और सिपाही भी जिम्मेदार होंगे। कहा कि रेप करने वालों के नाम उजागर किए जाएं, ताकि सामाजिक बदनामी का भय पैदा हो। इससे बाकी लोग भी ऐसा करने से डरेंगे।
ये भी पढ़ें : यूपीः थाने में महिला के सामने ‘मास्टरबेट’ करने वाला थानाध्यक्ष नौकरी से बर्खास्त, 25 हजार था ईनाम