समरनीति न्यूज, डेस्क : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक छात्रा को परेशान करने के मामले में तगड़ा एक्शन लिया है। जिले के पुलिस कप्तान यानी एसपी को हटा दिया गया है। वहीं कोतवाल और दरोगा को निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। ये पूरा मामला बस्ती जिले का है। एडीजी और मंडलायुक्त की प्रारंभिक जांच पर यह कार्रवाई की गई है। बताया जाता है कि बस्ती जिले के बहुचर्चित पोखरभिटवा मामले में आज शनिवार को यह कार्रवाई हुई है।
कार्य में शिथिलता के चलते हटाए गए पुलिस अधीक्षक
सरकार ने बस्ती के एसपी हेमराज मीणा को हटा दिया है। आरोपी दरोगा और कोतवाल ने छात्रा और उसके परिवार पर एक के बाद एक 8 मुकदमें किए गए। यही वजह रही कि पुलिस अधीक्षक को भी कार्य में शिथिलता के चलते हटाया गया है। वहीं नए पुलिस कप्तान की जिले में तैनाती कर दी गई है।
बस्ती के नए पुलिस कप्तान बने आशीष श्रीवास्तव
उनको अब पुलिस मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। उनकी जगह पर एसपी अभिसूचना मुख्यालय आशीष श्रीवास्तव को बस्ती जिले का पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा है। वहीं कोतवालल रामपाल यादव और दरोगा दीपक सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है। बताते हैं कि बस्ती कोतवाली के इंस्पेक्टर रामपाल यादव और दरोगा दीपक सिंह पर छात्रा को परेशान करने का आरोप है।
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बताते हैं कि दरोगा ने छात्रा का नंबर लेकर उससे अभद्रता करने के साथ उसे अश्लील मैसेज भेजने लगा था। छात्रा ने इसकी शिकायत की थी। इसके बाद छात्रा और उसके परिवार के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए। मामले को लेकर पीड़िता ने मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात करके अपनी समस्या बताई थी। इसके बाद एडीजी गोरखपुर अखिल कुमार ने मंडलायुक्त के साथ जांच की। जांच में प्रथमदृष्टया आरोप सही पाए गए। मामले में दरोगा और कोतवाली ने हद पार करते हुए छात्रा और उसके परिवार पर एक के बाद एक 8 मुकदमें दर्ज किए।
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