Monday, April 29सही समय पर सच्ची खबर...

हाईप्रोफाइल केसः पूर्व विधायक, सेल्सटैक्स कमिश्नर समेत 15 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा

प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, रायबरेलीः जिले में एक पूर्व विधायक और सैल्सटैक्स कमिश्नर समेत 15 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर पूर्व विधायक गजाधर सिंह, आरएसएस के भानु प्रताप सिंह, महाराजगंज ब्लॉक प्रमुख सत्येंद्र सिंह, ब्लॉक प्रमुख सत्येंद्र के जीजा विनोद सिंह, राकेश सिंह तथा वाणिज्य कर विभाग के कमिश्नर सत्येंद्र सिंह गौतम, के अलावा निखिल सिंह, अनामिका, आरबी सिंह, लाखन सिंह, दिनेश चौधरी, मिंटू सिंह, काशी सिंह, नीलम तथा राजेश्वरी सिंह के खिलाफ गैंगरेप और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

मुकदमा दर्ज करते ही जांच में जुटी पुलिस 

मुकदमा दर्ज करते ही पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी लगभग तय मानी जा रही है। हांलाकि गैंगरेप पीड़िता का कहना है कि अबतक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पीड़िता का यह भी कहना है कि आरोपी अब भी उसके मोबाइल पर फोन करके मामले में सुलह करने का दवाब बना रहे हैं और उसे धमकियां दे रहे हैं।

ये भी पढ़ेंः पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में 4 बीडीसी सदस्यों ने कामवाली महिला से किया गैंगरेप, जांच में जुटी है पुलिस

इतना ही नहीं पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ऊंची पहुंच वाले हैं और उन्होंने पुलिस से मिलकर उसके खिलाफ भी झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी है। वहीं पुलिस भी ऊंची पहुंच वाले लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है। हांलाकि उसने साफ कहा है कि उसे जितनी भी धमकियां मिल जाएं। वह न्याय के लिए आवाज उठाती रहेगी। पीड़िता को जिला अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

पीड़िता की आत्मदाह की कोशिश से मचा था हड़कंप

बताते चलें कि कि बीते सोमवार को राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने पीड़िता ने आत्मदाह की कोशिश की थी। दो बेटियों के साथ वहां पहुंची पीड़ित महिला ने खुद पर मिट्टी का तेल डाल लिया था। सुरक्षा कर्मियों ने उसे बचा लिया था। दरअसल रायबरेली के इंदिरानगर की रहने वाली महिला ने अपनी बड़ी बहन और मां के साथ सामूहिक दुष्कर्म और आत्महत्या के उकसाने का आरोप लगाया था।

ये भी पढ़ेः कानपुर में जांच अधिकारी (सीओ) को फोन करके फांसी पर झूली गैंगरेप पीड़िता, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

पीड़िता का कहना था कि आरोपी हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस उसकी सुन नहीं रही थी।  लखनऊ में आत्मदाह की कोशिश के बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और पीड़िता की तहरीर पर गैंगरेप और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था।

पीड़िता पर मुकदमे का नया मोड़ 

इस मामले में नया मोड़ उस वक्त आ गया जब एक महिला ने खुद को पीड़िता की भाभी बताते हुए उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा दिया। FIR में भाभी ने कहा है कि उसकी ननद ने धन-संपत्ति के लालच में अपने पति, माता-पिता तथा मेरी ननद की हत्या कराई है।

ये भी पढ़ेंः लखनऊ में न्यूरो सर्जन के खिलाफ रेप का मुकदमा, छात्रा बोली-नशीली दवा देकर बनाया वीडियो

यही नहीं उसके पति को भी जहर देकर मार डाला है। हांलाकि सूत्रों की माने तो इलाके में चर्चा है कि जिस तरह से पीड़िता के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है उससे यह पीड़िता के खिलाफ पेशबंदी हो सकती है।

पीड़िता बोली, उसकी भाभी नहीं है कोई 

पीड़िता का कहना है कि उसके भाई की शादी नहीं हुई थी और जो महिला खुद को उसकी भाभी बता रही है वह झूठ बोल रही है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने एक साल पहले उसके भाई की हत्या कराई थी।

ये भी पढ़ेंः फिर शर्मसार हुई राजधानीः 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, रंगे हाथों पकड़ा गया दरिंदा

विरोध करने पर उसकी मां और बड़ी बहन के साथ रेप किया गया। जिसके बाद लोकलाज के डर से दोनों ने खुदकशी कर ली थी। अब यही लोग उसकी (पीड़िता की) भी हत्या कराना चाहते हैं।

एसपी ने कहा, दोषियों को नहीं बख्शेंगे 

उधर, मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह का कहना है कि गैंगरेप पीड़िता की तहरीर पर पूर्व विधायक गजाधर सिंह, वाणिज्य कर कमिश्नर समेत 15 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट लिखी गई है। मामले की जांच सदर कोतवाल अशोक सिंह को सौंपी गई है। जांच में मामला सही पाए जाने पर किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। कहा कि पीड़िता की भाभी की तहरीर पर भी गैंगरेप पीड़िता के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ है। उसके खिलाफ भी जांच चल रही है।