Thursday, March 28सही समय पर सच्ची खबर...

कानपुर में दरोगा की नाबालिग बेटी से गैंगरेप, आरोपियों में 2 इंस्पेक्टर और 1 कांग्रेसी नेता की बिगड़ैल औलादें शामिल

प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, कानपुरः दूसरों को कानून सिखाने वाले जल्दबाजी की कमाई से बेटों का पालन-पोषण करते-करते शायद उनको अच्छे संस्कार देना और इंसान बनाना भूल जाते हैं। यही वजह है कि इंसान की शक्ल-सूरत में कब हैवान बन जाते हैं इसका आभास तक नहीं होता। कानपुर में ऐसे ही चार हैवानों ने एक दरोगा की नाबालिग बेटी को फ्लैट पर ले जाकर उसके साथ घिनौना पाप कर डाला। चौंकाने वाली बात यह है कि इन चार आरोपियों में दो पुलिस इंस्पेक्टरों की औलादें हैं जबकि एक कांग्रेसी नेता की। इतना ही नहीं चार में 3 बीटेक और एक बीबीए कर रहा है।

क्रिसमस के दिन फ्लैट पर ले जाकर की वारदात  

तीसरा भी पैसे वाले परिवार का बताया जा रहा है। बहरहाल, इन चारों दरिंदों को बिना देर किए पुलिस ने दबोच लिया है। इसकी एक वजह यह भी है कि पीड़िता भी पुलिस दरोगा की बेटी है। वरना शायद पुलिस भी इतनी तेजी नहीं दिखाती। इस वारदात की पृष्ठभूमि में फेसबुक पर दो महीने पहले लड़की और आरोपी के बीच दोस्ती बताई जा रही है।

ये भी पढ़ेंः हाईप्रोफाइल केसः पूर्व विधायक, सेल्सटैक्स कमिश्नर समेत 15 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा

क्रिसमस के दिन इस युवक ने लड़की को अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों में फंसाकर पहले मिलने को बुलाया। बाद में उसे अपने फ्लैट पर लेकर गया। वहां तीन और दोस्तों के साथ चारों ने नाबालिग से गैंगरेप किया। हवस मिटाने के बाद ये चारों गंभीर हालत में लड़की को लेकर बाबूपुरवा पहुंचे और वहां थाने के पास फेंककर फरार हो गए।

कक्षा-11 की छात्रा है पीड़िता लड़की 

बताया जाता है कि कानपुर में कक्षा 11 में पढ़ने वाली एक दरोगा की यह 16 वर्षीय बेटी वहीं बेहोश होकर गिर पड़ी। कुछ देर बाद होश आने पर वह किसी तरह उठकर घर पहुंची। वहां मां से चिपटकर फफक पड़ी। मां को आपबीती बताने के बाद वह फिर बेहोश हो गई। परिवार के लोग उसे लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

ये भी पढ़ेंः दिल्ली के कनाट प्लेस से 22 साल की लड़की को उठा ले गया नेपाली युवक, भाजपा सांसद के नौकर के क्वार्टर में 3 दिनों तक किया रेप

बताया जाता है कि चारों आरोपी दरिंदे पूर्वांचल के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपी छात्रा का दोस्त जौनपुर का रहने वाला अनुराग है। अन्य आरोपियों में गाजीपुर का शुभम यादव, भदोही का जैकी दुबे और गोरखपुर का अभिषेक शामिल हैं। घटना के संबंध में काकादेव कोतवाली प्रभारी राजीव सिंह ने बताया है कि आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

प्रतिकात्मक फोटो।

देवरिया-वाराणसी में तैनात हैं आरोपियों के इंस्पेक्टर पिता 

उधर, पूछताछ में आरोपी अनुराग ने बताया है कि वह मूलरूप से जौनपुर चंदवक थाने के गुनौली निवासी पुलिस इंस्पेक्टर अवधेश यादव का बेटा है। अवधेश इन दिनों देवरिया जिले में तैनात हैं। वहीं दूसरा आरोपी अभिषेक भी काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी) की सुरक्षा में तैनात इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार की औलाद है।

ये भी पढ़ेंः लखनऊ में न्यूरो सर्जन के खिलाफ रेप का मुकदमा, छात्रा बोली-नशीली दवा देकर बनाया वीडियो

मामले में एसएसपी अनंत देव व एसपी पश्चिम संजीव सुमन के साथ फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की है। एसएसपी और एसपी ने भी आरोपियों से पूछताछ की है। लड़की की मां ने चारों आरोपियों के खिलाफ शहर के काकादेव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को आभा अपार्टमेंट के फ्लैट पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।

सहेली संग क्रिसमस पर घूमने गई थी लड़की 

मौके से खून से सनी चादर और शर्ट बरामद हुई है। पुलिस सबूत जुटा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी में दो इंस्पेक्टर और एक कांग्रेसी नेता का बेटा बताए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इनमें से तीन आरोपी बीटेक के छात्र हैं और एक बीबीए का छात्र बताया जा रहा है।
बाबूपुरवा निवासी दरोगा की पत्नी का कहना है कि उनकी बेटी मंगलवार सुबह क्रिसमस पर अपनी सहेली संग नजीराबाद घूमने गई थी। आरोप है कि बेटी का दोस्त जौनपुर निवासी अनुराग यादव उसे बहला-फुसला कर आभा अपार्टमेंट में अपने फ्लैट पर ले गया।

ये भी पढ़ेंः न्यूज चैनल की महिला पत्रकार से उसी के बास ने किया रेप, नौकरी से हटाने की देता था धमकी!

वहां आरोपी ने अपने साथी गाजीपुर के शुभम यादव, भदोही के जैकी दुबे और गोरखपुर के अभिषेक के साथ मिलकर लड़की से गैंगरेप किया। बाद में देर रात बेहोशी की हालत में बाबूपुरवा थाने के सामने फेंक कर फरार हो गए। उधर, पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उधर,  पुलिस ने पीड़ित छात्रा का बयान दर्ज करने की कोशिश की। लेकिन उसकी हालत नाजुक होने के कारण डाक्टरों ने बयान दर्ज करने देने से इंकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि लड़की की हालत में सुधार आने पर बयान दर्ज किए जाएंगे।