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न न करते..कर बैठे ! एसडीएम ने हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद देर रात रचाई महिला मित्र से शादी, अफसर गवाह

sdm marriage at night with female friend after high profile drama

समरनीति न्यूज, डेस्कः न न करते प्यार तुम्ही से कर बैठे, करना था इंकार, मगर इकरार तुम्ही से कर बैठे..। फिल्म ‘जब-जब फूल खिले’ का यह गीत तो आपको याद होगा ही, जो खूबसूरत अभिनेता-अभिनेत्री शशि कपूर और नंदा पर फिल्माया गया था। दरअसल, इस गाने के बोल, यूपी के एक एसडीएम साहब पर काफी हद तक सटीक बैठे। साहब ने महिला मित्र से शादी के वादे किए, प्यार किया-इकरार भी किया, लेकिन बाद में इंकार करके पल्ला झाड़ लिया। मगर खुद से हुई बेवफाई के खिलाफ महिला मित्र ने ऐसी आवाज उठाई कि पूरा का पूरा सरकारी महकमा ही हिल गया। फिर दिनभर हाईप्रोफाइल ड्रामा चला, वो भी बड़े ही गोपनीय ढंग से।

हाईप्रोफाइल ड्रामा, महकमा हिला

मगर एसडीएम साहब थे कि उनका इंकार खत्म ही नहीं हो रहा था। बाद में सरकारी साथियों ने समझाया, भइया मान जाओ तो ठीक है, वरना यौन शोषणा और रेप में जेल जाने की तैयारी कर लो। फिर ‘बिन भय होए न प्रीत’ कहावत न असर दिखाया और न न करते साहब, इकरार कर बैठे। देर रात सरकारी साथियों की मौजूदगी में महिला मित्र के साथ एसडीएम साहब ने सात फेरे भी ले लिए। तब जाकर पूरा मामला सुलटा।

SDM पर थे यौन शोषण के आरोप

दरअसल, यह पूरा वाक्य है कुशीनगर जिले का। कुशीनगर जिले में खड्डा के उप जिलाधिकारी रहे दिनेश कुमार ने शुक्रवार आधी रात को अपने महिला मित्र से शादी रचा ली। नगर के गायत्री मंदिर में देर रात यह शादी समारोह संपन्न हुआ। बताते चलें कि यह वही महिला मित्र है जिसने एसडीएम पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे और जिलाधिकारी डा अनिल कुमार सिंह से शिकायत भी की थी। शुक्रवार को दिनभर गुपचुप चली प्रशासनिक हलचल के बाद आधी रात को एसडीएम ने महिला मित्र के साथ शादी की।

उच्चाधिकारियों ने दिखाई समझदारी

बताया जाता है कि अहिरौला जिला आजमगढ़ के एक गांव की रहने वाली 35 वर्षीय गीता (बदला हुआ नाम) ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को शिकायतीपत्र दिया था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि एसडीएम दिनेश कुमार ने शादी का झांसा देकर उनका यौन शोषण किया है। आरोप था कि चार साल से एसडीएम यौन शोषण कर रहे हैं और दो बार गर्भपात भी करा चुके हैं। महिला मित्र का आरोप था कि एसडीएम अब शादी की बात करने पर मारपीट करने लगे हैं। आरोपों को सुनते ही जिलाधिकारी समेत सभी कर्मचारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई थी।

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डीएम ने एडीएम विंध्यवासिनी राय को मामले की जांच सौंपी थी, साथ ही तत्काल समाधान कराने को कहा था। दिनभर एसडीएम और महिला मित्र से एडीएम की बातचीत का दौर चला। आखिरकार एसडीएम दिनेश कुमार आरोपों को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। एसडीएम दिनेश का हापुड़ तबादला हो चुका है और वह शुक्रवार को सामान लेने कुशीनगर पहुंचे थे। इसी दौरान उनकी महिला मित्र शिकायत लेकर आ गई।

गायत्री मंदिर में हुई दोनों की शादी

इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। बहरहाल, देर रात मामला इस नतीजे पर पहुंचा कि गायत्री मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से एसडीएम दिनेश व उनकी महिला मित्र प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शादी कर ली। शादी की रस्में पुजारी सुरेश मिश्र ने संपन्न कराईं। शादी के गवाह बने एसडीएम सदर रामकेश यादव और एसडीएम हाटा प्रमोद तिवारी। बताया जात है कि एसडीएम दिनेश शादीशुदा थे और दो साल पहले दोनों का तलाक हो गया था।

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